Sunday, March 31, 2013

गंगा में नाव



घाटो पे सुबह सुहानी
गलियों की शाम दीवानी
तो क्यों पालू चिंता क्यों पालू तनाव 
खिड़की में गंगा गंगा में नाव 


: शशिप्रकाश सैनी 

No comments:

Post a Comment