ये गंगोत्री हैं, जी हाँ आपने सही सुना गंगोत्री, ज्ञान की गंगोत्री, वैसे तो ये बनारस हिंदू युनिवर्सिटी का सिंह द्वार हैं, पर इसे ज्ञान की गंगोत्री कहना जरा भी अतिशयोक्ति नहीं |
यहाँ पे न जाने कितनी ही बुँदे आई, ज्ञान अर्जित किया, महामना का आशिर्वाद पाया और धाराएं,और नदी बन ज्ञान के महासागर में मिलती गई, देश विदेशो में अपना योगदान करती गई |
अब बताइए क्या सिंह द्वार को ज्ञान की गंगोत्री कहना आपको अतिशयोक्ति लगा !
//मेरा पहला काव्य संग्रह
सामर्थ्य
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